इनके लेखन की शुरुआत नज़्मों से हुई और धीरे-धीरे अफ़सानों और ग़ज़लों तक पहुंची। यह कहते हुए अजीब लगता है किंतु सत्य है के एक मजबूरी के चलते इन्होने अपने जीवन की पहली नज़्म लिखी थी। लेकिन आज लेखन इनकी आदत में है। पत्र-पत्रिकाओं में लिखते रहने के साथ-साथ कुछ शॉर्ट-फिल्म्स, एड्स एवं गीत भी लिखें हैं। लेखन से जुड़ाव बरकरार रखने के लिए नियमित ब्लॉग लिखते हैं। Prcinspirations.Blogspot.com पर आप इनकी अन्य रचनाएं पढ़ सकते हैं।